Xiaomi ने आज 22 मई 2025 को अपने बहुप्रतीक्षित फ्लैगशिप स्मार्टफोन Xiaomi 15S Pro को लॉन्च करने की तैयारी कर ली है, जिसमें कंपनी ने पहली बार अपना खुद का चिपसेट Xring O1 इस्तेमाल किया है। खास बात ये है कि लॉन्च से पहले ही इस नए चिपसेट ने AnTuTu Benchmark में क्वालकॉम के लेटेस्ट Snapdragon 8 Elite को पीछे छोड़ दिया है।
इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि Xiaomi का ये पहला प्रोसेसर क्या-क्या खासियतें लेकर आया है, कैसे इसने Snapdragon को पीछे छोड़ा, और क्या यह प्रोसेसर भविष्य में Qualcomm जैसी बड़ी कंपनियों को कड़ी टक्कर दे सकता है? साथ ही, हम आपको Xiaomi 15S Pro के सारे स्पेसिफिकेशन्स, परफॉर्मेंस टेस्ट्स और एक्सपेक्टेड प्राइस से जुड़ी हर ज़रूरी जानकारी भी विस्तार से देंगे।

Xring O1 vs Snapdragon 8 Elite: कौन है आगे?
AnTuTu Benchmark Scores
हाल ही में एक लीक वीडियो में दिखाया गया कि Xring O1 ने 2,535,163 का स्कोर किया, जबकि Snapdragon 8 Elite ने 2,515,259। यानी कि Xring O1 ने 0.79% का मामूली लेकिन महत्त्वपूर्ण लीड हासिल की है — खासकर तब जब यह Xiaomi का पहला खुद का प्रोसेसर है।
Processor | AnTuTu Score | Geekbench Single-Core | Geekbench Multi-Core |
---|---|---|---|
Xring O1 | 2,535,163 | 3,119 | 9,673 |
Snapdragon 8 Elite | 2,515,259 | 3,089 | 9,405 |
RedMagic 10S Pro+ (SD8 Elite) | 3,150,000+ | — | — |
उदाहरण के तौर पर, Snapdragon 8 Elite जब RedMagic 10S Pro+ में लगाया गया, तो वह 3.15 मिलियन से ऊपर गया। लेकिन Xiaomi के लिए यह अचीवमेंट बड़ी बात है, क्योंकि वह पहली बार खुद का प्रोसेसर बना रहा है।
Xring O1 SoC के तकनीकी फीचर्स
Xiaomi का पहला इन-हाउस चिपसेट Xring O1 SoC टेक्नोलॉजी के मामले में बेहद दमदार साबित हो रहा है। यह एक 10-कोर CPU कॉन्फ़िगरेशन के साथ आता है, जिसमें दो हाई-पर्फॉर्मेंस Cortex-X925 कोर 3.9GHz की स्पीड पर चलते हैं। इसके अलावा चार Cortex-A725 कोर को 3.4GHz की क्लॉक स्पीड पर और दो Cortex-A725 कोर को 1.89GHz पर सेट किया गया है, जो बैलेंस्ड परफॉर्मेंस देते हैं। साथ ही, दो Cortex-A520 कोर 1.8GHz पर काम करते हैं, जो बैकग्राउंड टास्क्स और पावर सेविंग के लिए जिम्मेदार हैं।
इस प्रोसेसर के साथ दिया गया है Mali-G925 Immortalis GPU, जो ग्राफिक्स प्रोसेसिंग के लिए खासतौर पर डिज़ाइन किया गया है और हाई-एंड गेमिंग व मल्टीमीडिया परफॉर्मेंस को स्मूद बनाता है। कुल मिलाकर, Xring O1 SoC एक पावरफुल और बैलेंस्ड प्रोसेसर है, जो फ्लैगशिप लेवल परफॉर्मेंस देने के लिए तैयार है और पहली ही जनरेशन में Qualcomm जैसे दिग्गज ब्रांड्स को चुनौती दे रहा है।

Xiaomi 15S Pro के खास फीचर्स
बतादें की Xiaomi 15S Pro एक प्रीमियम फ्लैगशिप स्मार्टफोन है जो तकनीक और परफॉर्मेंस के मामले में कंपनी का अब तक का सबसे दमदार डिवाइस माना जा रहा है। इस फोन में 6.7 इंच की 2K OLED डिस्प्ले दी गई है, जो न केवल ब्राइट और शार्प है, बल्कि हाई रिफ्रेश रेट के साथ स्मूद विजुअल एक्सपीरियंस भी देती है।
वहीं परफॉर्मेंस के लिए इसमें Xiaomi का इन-हाउस विकसित किया गया नया प्रोसेसर Xring O1 लगाया गया है, जो 16GB RAM के साथ मिलकर मल्टीटास्किंग और गेमिंग को बेहद आसान बनाता है। पावर बैकअप के लिए इस फोन में 6,500mAh की बड़ी बैटरी दी गई है, जो 90W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है, जिससे फोन कुछ ही मिनटों में चार्ज हो जाता है।
अगर हम कैमरा सेक्शन की बात करें तो इसमें 50 मेगापिक्सल का ट्रिपल कैमरा सेटअप मिलने की उम्मीद है, जो फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के शौकीनों को खूब पसंद आएगा। इसके साथ ही Xiaomi 15S Pro Android 15 आधारित MIUI पर चलता है, जिससे यूज़र को नई सुविधाओं और सिक्योरिटी फीचर्स का फायदा मिलेगा। यह स्मार्टफोन तकनीकी रूप से पूरी तरह से लैस है और एक कंप्लीट फ्लैगशिप एक्सपीरियंस प्रदान करता है।

क्या Xring O1 प्रोसेसर Qualcomm को टक्कर दे सकता है जानें?
क्या Xiaomi का Xring O1 प्रोसेसर वास्तव में Qualcomm को टक्कर दे सकता है? यह सवाल इस वक्त बहुत लोगों के दिमाग में है। क्योकि Benchmarks में तो Xring O1 ने Snapdragon 8 Elite को पीछे छोड़कर यह दिखा दिया है कि ये चिप काफी पावरफुल है। लेकिन असली मुकाबला तब होगा जब इसे रोज़मर्रा के यूज़ में टेस्ट किया जाएगा। प्रोसेसर की थर्मल मैनेजमेंट और बैटरी एफिशियंसी बहुत महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि अगर चिप ज्यादा गर्म हो या बैटरी तेजी से खत्म हो, तो यूजर एक्सपीरियंस खराब हो सकता है।
इसके अलावा, Qualcomm के चिप्स ऐप कम्पैटिबिलिटी और ऑप्टिमाइजेशन के मामले में भी बहुत मजबूत हैं, जिससे गेमिंग और मल्टीटास्किंग बेहतर होती है। Xiaomi ने पहली बार अपना चिपसेट बनाया है, तो इसमें कुछ सुधार की गुंजाइश जरूर होगी, लेकिन इस शुरुआती प्रदर्शन से साफ है कि Xiaomi ने Qualcomm जैसी बड़ी कंपनियों को टक्कर देने के लिए एक मजबूत शुरुआत कर दी है। अगर कंपनी थर्मल कंट्रोल और एफिशियंसी पर बेहतर काम करती है, तो आने वाले समय में Xring O1 न केवल Snapdragon का कॉम्पिटिटर बनेगा, बल्कि स्मार्टफोन इंडस्ट्री में Xiaomi की पकड़ भी और मजबूत होगी।